.... तीन नवें पाबर पलांट: थोरियम, हैवीवाटर, प्रदूसन रहत यूरेनियम, लगाए जान गे।। पूरी बिजली, खेती 1 रुपए, घरेलू 2 रुपए, सनअत 3 रुपए, 24 घंट मिले गी। मुक्ख मंतरी ते मंतरआँ दी तनखाह इक रुपए महीना, भ्रिसटाचार दी कमायी नाल बणाईआं जायदादां जब्त, धर्म तो राजनीति वक्खरी, दुकानदार कर मुक्त, वायी फायी फ्री, 16 साल दी उम्र विच बालग, पूरे वेरवे लइी देखो 100+ परण पतर।

       

031 हिन्द महासागर

विश्व का 37% तेल, 90% रबड़, 70% टिन, 79% सोना, 28% मैंगनीज, 27% क्रोमियम, 16% लोहा, 12.5% सिक्का, 11.5% टंगस्टन, 11% निकल, 10% जिंक, 98% हीरे और 60% यूरेनियम इसके क्षेत्र में पाये जाने की आशा है इसकी समुद्री सतह पर उपलब्ध होने वाले स्रोतों, विशेषकर ऊर्जा स्रोतों, की कमी नहीं

हिन्द महासागर में 181 विदेशी युद्धपोत तैनात हैं इनमें से अमरीका के 77, रूस के 40, ब्रिटेन के 18 और फ्रांस के 33 युद्धपोत शामिल हैं

ब्रिटेन ने चागोस द्वीप समूह स्थित डियागोगार्सिया  अड्डे का रक्षा उद्देश्यों हेतु विकसित करने का अधिकार दे दिया

डियागो गार्शिया अमरीका का एकमात्र बन्दरगाह बन गया है

भण्डार पोतों को यहां स्थायी लंगर डालकर खड़ा किया गया है डियागो गार्शिया अमरीका का केवल नौसैनिक अड्डा ही है, वरन् यहां पर वायुसैनिक अड्डे भी निर्माण किया गया है

इसी द्वीप पर बारह हजार फीट लम्बी हवाई पट्टी का भी निर्माण किया गया है

लगभग 20 से 40 सोवियत जहाज इस क्षेत्र में लगातार उपस्थित रहने लगे

चीन जहां एक ओर होरमुज स्ट्रेट के निकट पाकिस्तान केग्वादर में बन्दरगाह सुविधाएं विकसित कर रहा है, वहीं पूर्व मेंकोको द्वीप पर सामरिक सुविधाएं विकसित करके भारत की सामुद्रिक घेरेबन्दी करने हेतु गम्भीर कदम उठा रहा है

हिन्द महासागरीय क्षेत्र के कुछ देशों में इस्लामिक कट्टरपंथ के उदय ने इसेजेहादी आतंकवाद की झील’ (Lake of Jahadi Terrorism) में परिवर्तित कर दिया है।

होरमुज दक्षिण पूर्वी स्ट्रेट मेंफ्री एसे मूवमेण्ट’ (Free Aceh Movement) मोरे इस्लामिक लिबरेशन फ्रण्ट (More Islamic Liberation Front) अबू सयाफ (Abu Sayyaf) जैसे सामुद्रिक आतंकवादी संगठनों का उदय तथा समाह इस्लामियाह (I-Jammah Islamiyah), अलकायदा (Al Qaida) आदि बेड़े आतंकवादी संगठनों से इनकी संलग्नता हिन्द महासागर के तटीय राष्ट्रों की सुरक्षा के लिए चिन्ताजनक है

हिन्द महासागर में भारत के लगभग 1,156 द्वीप हैं

भारत की सीमाएं हिन्द महासागर में सैकड़ों मील दूर तक चली गयी हैं उसमें स्थित सैकड़ों द्वीपों की सुरक्षा इसके शान्त बने रहने पर ही निर्भर करती है उदाहरणार्थ- केवल बंगाल की खाड़ी में उसके 667 द्वीप हैं और अरब सागर में 508 द्वीप हैं अण्डमान और निकोबार द्वीपों की सुरक्षा, जो भारतीय तट से क्रमश: 500 अरि 700 मील दूर हैं इसके शान्त बने रहने पर ही निर्भर करती है

बड़े  राष्ट्र हिन्द महासागर को शान्ति क्षेत्र बनाने के भारतीय दृष्टिकोण से सहमत नहीं हैं


.