तीन नवें पाबर पलांट: थोरियम, हैवीवाटर, प्रदूसन रहत यूरेनियम, लगाए जान गे।। पूरी बिजली खेती 1 रुपए, घरेलू 2 रुपए, सनअत 3 रुपए, 24 घंट मिले गी। मुक्ख मंतरी ते मंतरआँ दी तनखाह इक रुपए महीना, भ्रिसटाचार दी कमायी नाल बणाईआं जायदादां जब्त, धर्म तोन् राजनीति वक्खरी, दुकानदार कर मुक्त, वायी फायी फ्री, 16 साल दी उम्र विच बालग, देखो परण पतर।

        

 

47 जाए गा केजरीवाल होवे गा पंजाब खुशहाल

वीरो हरान नां होणा जिस दिन केजरीवाल ने मुक्तसर दी माघी कानफरंस ते आउना सी। उस दिन मैं आपनी तरफों आए गा केजरीवाल होए गा पंजाब खुशहाल दे पोसटरां नाल मुक्तसर दियां कंधां भर दितियां सन्। पर जद केजरीवाल ते संजे सिंह दे असल मनसूब्या तों जानू होया तां मैं सिर्फ 2हफ्ते बाद केजरीवाल दा विरोध करन वाला पहला अद्मि सी। अज्ज फिर चर्चा चल्ल् रही है की खैहरा साहब ग्रुप ने केजरीवाल तों नियात लई जो यत्न किता है की उह ठीक है जां गलत।

सुआल इह नहीं की केजरीवाल दूर अदेश राजनीतक है जां पैसा वटोरू ठग्ग।। मैं आपने सैकड़े आरटीकलां विचों पहला आरीकल इही लिख्या सी की पंजाब नूं केजरीवाल तों बचाउना समें दी पहली लोड़ है। इह ठीक है की बादलशाही ने पंजाब रज्ज के लुट्या है। पर केजरीवाल उसतों भी वद्ध नुकसान देह है। जे केजरीवाल पंजाब ते काबज हो जांदा तां पंजाब दा पाणी अबोहर फाजिल्का चंडीगड़्ह जीरकपुर खरड़ तक्क दा इलाका हर्याने नूं जा चुका हुन्दा।। क्युंके इस लई साधन पहले ही बण चुका है।

अज्ज भांवें खहरा इकल्ला भी रह जाए पर इह सचायी है की उसने पंजाब बचा लया है। हून सवाल है की खहरे दा भविख की होवे गा। वीरो तुसीं आप ही सोच लवो।। हून जदकि कैप्टन साहब ने आपना मन पका बना लया है की मैं कांगरस पंजाब चों खत्म करके बादलशाही नूं मुड़ पंजाब ते काबिज करवाउना है तां पंजाब दी की हालत होवे गी। बाबा बादल डूघा राजनीतक ते बेअथाह पैसे दा मालिक है ते केजरीवाल अथाह लालची। दोहां दा मेल कुदरती है। पर पंजाब दा भविख की होवे गा। इही विचारयोग विषा है।

मोदी सरकार बादलशाही तों दूर हो रही है। भांवें कैप्टन साहब दी किरपा नाल बादलशाही दियां पोल खोल्ह रैलिया विच लोक मुड़ जान लग्ग पए हन।। पर इह उही जट्ट जिमींदार जमात है जो पहले ही बादलशाही दी रिजर्रव वोट सी। इस जमात कोल ट्रैक्टर ट्रालियां जीपां आदि दे साधन हन।। इकट्ठ वडे हो रहे हन।। इह जमात पंजाब दी 20 प्रतिशत अबादी है। गैर जिमीदार सीख पछड़ियां जातियां अनशूचित जातियां हिन्दू इस विच शामिल नहीं हो रहे। बीजेपी बादलशाही तों दूर हो रही है। इसे लई इसनूं केजरीवाल दी लोड़ महसूस होयी है।

वीरो तुसीं मन्नो जां नां मन्न्यु।। पर मेरा विचार सदा सचा साबित होया है। लोक बादलशाही दियां लुटां ते किसानी दा घात सीखी दा घात आदि कारनाम्यां नूं अजे भूले नहीं।। लोक हून भी नवीं पंजाबी पार्टी दी तलाश विच हन।। जो बादलशाही दा बदल बण सके। सुखपाल खहरा नवजोत सिधू सिमरजीत बैंस जे ईमानदारी नाल इकट्ठे हो जान तां 2019 विच भी चंगी कारगुजारी दिखा सकदे हन।।

जो वीर खहरे दी नुकताचींनी कर रहे हन उहनां नूं बेनती है की खहरे ने भांवें घाटे दा सौदा कर लया जां वाधे दा। इह तां भविख ही दसे गा। पर इह सचायी है की उसने बाहरले धाड़वी लुटे‌र्यां तों पंजाब वचा लया है। उह पंजाब दा सपूत साबत होया है। केजरीवाल दे अधीन रह के पंजाब विचों आपदा खातमां यकीनी सी। पर हून अजाद सोच नाल पंजाब दी आम आदमी पार्टी दा भविख निरसन्देह अज्ज नहीं तां कल्ल्ह उजला है। होए गा पंजाब खुशहाल जद जाए गा केजरीवाल।। हरबंस सिंह जलाल



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