सीएम Kejriwal ने अधिकारियों को दी चेतावनी, कहा ‘दस-पंद्रह साल यहीं हैं’
सीएम Arvind Kejriwal सिविल सर्विसेज डे के मौके पर अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे, उन्होने कहा कि जनता हमसे बहुत खुश है और अगर हम इसी तरह काम करते रहे तो हम दस-पंद्रह साल कहीं नहीं गए ।
New Delhi, Apr 20 : दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल और केन्द्र सरकार के बीच की लड़ाई किसी से छुपी नहीं है। कहा जाता है कि इन दोनों की लड़ाई में दिल्ली की जनता के साथ-साथ दिल्ली के अधिकारी भी पिस रहे है। दिल्ली पूर्ण राज्य नहीं है ऐसे में कोई भी काम करने से पहले या बाद में दोनों के बीच मतभेद नजर आते रहे है। कल दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल ने दिल्ली के अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि वो दिल्ली के जनमत का सम्मान करें।
दरअसल दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल सिविल सर्विसेज डे के मौके पर अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे, उन्होने कहा कि जनता हमसे बहुत खुश है और अगर हम इसी तरह काम करते रहे तो हम दस-पंद्रह साल कहीं नहीं गए, अभी हैं हम, और जिन-जिन लोगों का पैंतालीस के ऊपर उम्र हो गया है उनके लिए तो कोई चारा नहीं बचा है। तो फिर हम ही हैं आपके पास तो कोई चारा ही नहीं है। उन्होने अपनी सरकार के बारे में बताते हुए कहा कि ब्यूरोक्रेट्स के लिए सबसे अच्छा मौका है हमारी सरकार गरीबों से भी गरीब लोगों के लिए काम कर रही है। वो अपने सपने पूरे कर सकते है।
दरअसल सीएम अरविन्द केजरीवाल ने पहले ऑड-इवेन के दौर को याद करते हुए कहा कि 1 जनवरी 2016 से दिल्ली में ऑड-इवेन फॉर्मूला लागू होने वाले था, 31 दिसंबर को ड्राइ रन करके दिल्ली सरकार इसके बारे में जानना चाहती थी लेकिन 31 दिसंबर को ही DANICS अधिकारियों ने हड़ताल कर दिया। हलांकि दिल्ली सरकार की नजर से ऑड-इवेन फॉर्मूला सफल रहा था, लेकिन केजरीवाल ने इसे अभी भी याद कर रखा है। यही वजह है कि उन्होने अधिकारियों को सधे शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा कि दिल्ली की जनमत का सम्मान करो।
बताया जा रहा है कि दिल्ली में 31 दिसंबर को DANICS अधिकारियों ने किसी के इशारे पर हड़ताल कर दिया था, जिसके बाद दिल्ली सरकार के लिए परेशानी खड़ी हो गई थी, क्योंकि ऑड-इवेन फॉर्मूले को जमीन पर उतारने के लिए दिल्ली सरकार के साथ-साथ आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता भी जुटे हुए थे, अब सीएम अरविन्द केजरीवाल ने उन अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा है कि आप हमें पसंद करो या ना करो आपको काम हमारे साथ ही करना है। क्योंकि दिल्ली की जनता हमसे खुश है, और हम ऐसे ही काम करते रहे तो दस-पंद्रह साल कही नहीं जाने वाले है।