केजरीवाल साहब देखिए आपके ऑड-इवन के चक्कर में Ola वाले कैसे हमें बर्बाद कर रहे हैं !
SPEAK OUTAPRIL 17, 2016
दिल्ली में ऑड-इवन के दौरान जिस तरह से एप बेस्ड कैब कंपनी Ola आम जनता को लूट रही है, वो अब आम आदमी पर भारी पड़ रहा है।
अरविंद केजरीवाल सर, मैं शिव गणेश, दिल्ली में रहने वाला एक आम आदमी हूं, दिल्ली के द्वारका सेक्टर 7 में रहता हूं, दिल्ली के प्रदूषण को कम करने के लिए आप ने जो फॉर्मूला लागू किया है, उसका भी समर्थन करता हूं, ऑड-इवन से हमारा आने वाला भविष्य प्रदूषित होने से बचेगा, इसके लिए अपनी तरफ से जो हो सकता है वो कोशिश करता हूं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आम आदमी की कुछ मजबूरियां होती हैं, वो सिस्टम का साथ तो देता है लेकिन सिस्टम उसका साथ नहीं देता है।
हमारी दिल्ली में एक बार फिर से ऑड-इवन फॉर्मूला लागू है. अपने रोजमर्रा के काम जैसे बच्चों को स्कूल छोड़ना, दफ्तर जाना, वापस घर आना, इसके लिए तारीख और गाड़ी का नंबर देख कर घर से निकलते हैं। ऑड-इवन के दौरान गाड़ी का कम इस्तेमाल करने के लिए ऑनलाइन एप बेस्ड टैक्सी सर्विस का इस्तेमाल करते हैं हमारे जैसे आम आदमी। लेकिन अरविंद केजरीवाल सर आपके राज में एप बेस्ड टैक्सी प्रोवाइडर Ola वाले हम लोगों को लूट रहे हैं. हमारी मेहनत की कमाई पर डाका डाल रहे हैं।
मैं द्वारका सेक्टर 7 में रहता हूं, काम के सिलसिले में मुझे दिल्ली से बाहर जाना था। एयरपोर्ट जाने के लिए Ola की एप्लिकेशन का इस्तेमाल किया, और वहीं से मेरी परेशानियों का सिलसिला शुरू हुआ. मुझे नहीं पता था कि ऑड-इवन के दौरान इस तरह से ये एप बेस्ड टैक्सी प्रोवाइडर Ola इस तरह से आम आदमी को लूटती हैं। मैंने 17 अप्रैल को द्वारका से एयरपोर्ट जाने के लिए रात 8 बजे के लिए टैक्सी बुक कराने के लिए Ola की एप्लीकेशन खोली ।
Ola की एप्लीकेशन खोलने के बाद कैब बुक करने के लिए राइड लेटर के ऑप्शन को सेलेक्ट किया। चूंकि रात 8 बजे के लिए टैक्सी बुक करानी थी तो 8 बजे का टाइम डाला। मिनी सेगमेट की टैक्सी को सेलेक्ट किया। जब बुकिंग कंफर्म करने के लिए क्लिक किया तो मेरे मोबाइल की स्क्रीन पर एक मैसेज फ्लैश हुआ, जिसमें लिखा था कि एडवांस बुकिंग केवल रात 12 से सुबह 7 तक के लिए उपलब्ध है। उसमें ये भी लिखा था कि आपको जिस समय कैब चाहिए उस से कुछ मिनट पहले राइड नाउ को सेलेक्ट करके टैक्सी बुलाएं।